High frequency trading: High frequency trading क्या होता है ? ये कैसे काम करता है ?2 min read

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High frequency trading: अगर आप share market से जुड़े खबर की जानकारी रखते है तो आपने trading word जरूर सुना होगा। Share market या stock market से जुड़े सभी लोगो ने trading और उससे जुडी जानकारी जरूर रखते है।

Intraday trading, swing trading, momentum trading, fundamental trading and delivery trading, ये कुछ ऐसे trading है जो काफी popular है but आप में से काफी लोगो ने High frequency trading का नाम तो सुना होगा लेकिन उसके बारे में पूरी जानकारी नहीं होगी। आज ये blog आपको इस trading के बारे में पूरी जानकारी देने की कोशिश करेगा।

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High frequency trading क्या है?

ये एक ऐसी trading method है जिसमे 1 second से भी कम time में large number of orders का transaction करते है। इस method में complex algorithm का use करके High frequency trading (HFT) कई markets का analysis करने and market conditions के basis पर order execute करता है।

History of HFT

साल 1983 में जब NASDAQ (National Association of Securities Dealers Automated Quotations) ने electronic trading introduce किया उसके बाद से NFT ने लगातार develop किया। 21st Century starting में HFT transaction complete होने के लिए जहाँ कुछ seconds का time लगता था वही 2010 के बाद से इस transaction को complete होने में 1 microsecond से भी कम time लगता है।

September 2013 में Italy पहली country बनी जिसने HFT के लिए एक separate tax system शुरू की and 0.02% का tax लगाया। 2016 commodities में HFT ने average equities में 10–40% and foreign exchange and commodities में 10–15% तक का part share किया।

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HFT firms न तो ज्यादा पूंजी जमा करती है और न ही ज्यादा खर्च करती है। सारे HFT firms high volumes of trades करके low margin collect करती है। कई सारे European countries ने volatility के कारण HFT transactions को कम करने का पूरी तरह से बंद करने का suggestion भी दिया है।

Market growth

2000 के decade के starting में high frequency trading, equity orders होते थे। But धीरे धीरे 2005 से 2009 के बीच इसमें 164% की जबरदस्त growth हुई। 2009 के first quarter में HFT के under होने वाली transactions बढ़कर $141 billion हो गई।

कई HFT companies market makers हैं and market को liquidity provide करती हैं, जिससे अस्थिरता कम होती है और bid–offer के difference को कम करने में मदद मिलती है, जिससे other market participant के लिए trading and investment सस्ता हो जाता है।

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Strategy

High-frequency trading एक quantitative trading जिसकी specialty small portfolio holding period है। HFT strategies की success काफी हद तक large amount में information को एक साथ लागू करने की उनकी ability से inspire होती है।

High frequency trading कैसे काम करता है ?

HFT transactions एक पूरी process के under complete होती है जिसमे algorithm का use, fast data analysis, low latency infrastructure होती है। सबसे पहले powerful computers and complex algorithm का use किया जाता है जो market की condtions का instant analysis करके trading decision लेता है।

HFT system large amount में data को store करता है and उसे instantly process भी करता है। कई साड़ी HFT companies fast internet connection and low latency server का use करती है जिससे की transactions 1 microsecond में complete हो जाये।

High frequency trading benefits and challenges

जिस प्रकार हर चीज़ की benefits के साथ साथ कुछ challenges होती है, ठीक उसी तरह HFT के भी फायदे और नुकसान है।

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Benefits

HFT का मुख्य लाभ यह है कि इसमें transaction speed और आसानी से होती है। Bank and other traders कम समय के भीतर large amount में trade करने में capable होते हैं।

High frequency trading ने market में liquidity में improve किया है और bid-ask के different को हटा दिया है। जब HFT पर charges add कर इसका testing किया गया, तो इसके bid-ask में growth हुई। इसका फायदा ये हुआ की इसने market-wide bid-ask के difference में 13% की growth हुई और retail difference में 9% की growth हुई।

Challenges

HFT एक controversial topic है। इसने कई broker and dealers की जगह ले ली है और decision लेने के लिए mathematical models and algorithms का use करता है। इसके transactions complete होने में 1 microsecond से भी कम time लगता है जिस वजह से market में काफी हलचल हो सकती है। यह बड़ी कंपनियों को छोटी कंपनियों की कीमत पर लाभ कमाने की अनुमति देता है।

Conclusion

High frequency trading stock markets में तेजी से trading के लिए important है। यह algorithm और powerful computers का use करके 1 microsecond में trading complete करती है, जिससे बाजार की liquidity और prices की स्थिरता में सुधार होता है। हालांकि, HFT के कारण अस्थिरता और investors के लिए competition में कठिनाई बढ़ सकती है।

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