Electoral bonds पर आया सरकार का पहला Reaction, जानिए Finance Minister Nirmala Sitharaman ने क्या कहा?3 min read

Spread the love

Electoral Bonds के बारे में हाल ही में चर्चा का बाजार काफी गर्म है और इस पर राजनीतिक घमासान भी हो रहा है। Finance Minister Nirmala Sitharaman ने इस topic पर अपने पहले बयान में अपने विचार व्यक्त किए हैं। Nirmala Sitharaman ने माना कि Electoral Bonds का system पूरी तरह से ideal नहीं है, लेकिन previous system की comparison में यह बेहतर है। इसके बावजूद, क्या नए कानूनों का आना है या नहीं, यह अभी तक स्पष्ट नहीं है। लेकिन सरकार ने इसे और पारदर्शी बनाने के लिए commitment जताई है।

Supreme Court के instructions के अनुसार, SBI ने Electoral Bonds से related data election Commission को भेजा था। इस तरह के administrative steps ने इस मामले को सार्वजनिक रूप से साफ कर दिया है और जनता के सामने स्पष्टता लाने में मदद की है।

Electoral Bonds का प्रयोग electoral politics में transparency बढ़ाने के लिए किया गया था। यह एक ऐसा system है जिसमें लोग anonymous form से अपने donation को दे सकते हैं, जिससे उनकी identity secure रहती है। हालांकि, कुछ लोग इसे Corruption का एक माध्यम मानते हैं और इस पर सवाल उठाते हैं।

सरकार ने पहले भी इस system को सुधारने का प्रयास किया है, लेकिन यह काम अभी भी पूर्ण नहीं हुआ है। बहुत से लोग इसे और ज्यादा transparency और जांच के लिए उदाहरण मानते हैं। Electoral Bonds के बारे में चर्चा का उद्देश्य हमेशा राजनीतिक प्रक्रिया में सुधार करना होता है। इस संदर्भ में, जब Government and Election Commission समेत All concerned local authorities एकसाथ काम करते हैं, तो electoral process में transparency and fairness की surety में सहायक होता है।

Join our Telegram Channel  https://t.me/khabharexpres

इस मामले में, Nirmala Sitharaman के बयान से स्पष्ट होता है कि सरकार और अन्य संबंधित अधिकारी इस मुद्दे को गंभीरता से ले रहे हैं और इसे सुधारने के लिए promised हैं। यह Indian political process के लिए एक प्रगति की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।

Electoral Bonds का उपयोग political process में अधिक transparency and fairness को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण कदम है। सरकार और संबंधित अधिकारी इसे और बेहतर बनाने के लिए प्रयासरत हैं, ताकि लोग अपने electoral rights का सही और जायज़ तरीके से उपयोग कर सकें।

Electoral Bonds पर Nirmala Sitharaman का बयान

Indian politics में Electoral Bonds का प्रयोग एक बड़ा कदम है, जिसका उद्देश्य politics में transparency and fairness को बढ़ाना है। इसके बावजूद, इस प्रकार की व्यवस्था के बारे में विवाद और चर्चा लगातार चल रही है। Finance Minister Nirmala Sitharaman ने हाल ही में India Today Conclave में इस मुद्दे पर अपने विचार व्यक्त किए।

Nirmala Sitharaman ने मामले को लेकर यह कहा कि यह मामला अभी भी court में चल रहा है, जिससे स्पष्ट होता है कि वे इस विषय पर बात करते समय संवेदनशील हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि पिछले प्रणाली से बेहतर होने के बावजूद, Electoral Bonds का प्रणाली पूरी तरह से परिपूर्ण नहीं है। Electoral Bonds की पुराने सिस्टम से अलग यह है कि इसमें donor अपने identified bank account के माध्यम से donation देते हैं। पहले का process secure नहीं था, लेकिन नए प्रणाली में इसे secureऔर सुधारा गया है।

Connect us with us Facebook  https://www.facebook.com/expresskhabhar

Electoral Bonds
Electoral Bonds

Nirmala Sitharaman के बयान से स्पष्ट होता है कि सरकार और संबंधित अधिकारी इस मुद्दे को गंभीरता से ले रहे हैं और इसे सुधारने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह भारतीय राजनीति के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है जो transparency and fairness को बढ़ाने में मदद करेगा। Electoral Bonds का प्रयोग political process में transparency and fairness को बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण कदम है। सरकार और संबंधित अधिकारी इसे और अधिक पारदर्शी और सुधारते हुए प्रणाली बनाने के लिए प्रयासरत हैं।

Share Market पर क्या कहा?

Nirmala Sitharaman के विचारों के अनुसार, Indian stock market ने global scale पर उतार-चढ़ाव के बावजूद एक समझदार स्तर की स्थिरता बनाए रखी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस मामले में बाजार को अपने हिसाब से खेलने की अनुमति दी जानी चाहिए। इस बयान से साफ होता है कि Government and regulators ने बाजार की suitability and stability को ध्यान में रखते हुए कार्रवाई कर रहे हैं।

इस बात का संदेश है कि Indian stock market ने worldwide unrest के बावजूद caution and sensitivity बनाए रखी है। Nirmala Sitharaman के बयान से यह प्रकट होता है कि वे बाजार की स्थिरता का पूर्ण विश्वास रखते हैं और नियामक संस्थाओं के संबंध में भी विश्वास करते हैं।

Follow us on Twitter  https://twitter.com/khabharexpress

Nirmala Sitharaman के इस बयान के पीछे का मकसद यह भी है कि smallcap and midcap stocks के मूल्यांकन की चिंता को ध्यान में रखा जा रहा है। इससे प्रकट होता है कि Government and regulatory bodies market की suitability and safety के लिए कठोरीयों का सम्मान कर रही हैं।

Electoral Bonds

Nirmala Sitharaman ने इस अवस्था में स्पष्ट किया कि crypto assets के मामले में भी सरकार का रुख स्पष्ट है। उन्होंने यह भी बताया कि currencies केवल government or central bank द्वारा ही जारी की जाती हैं। इससे स्पष्ट होता है कि सरकार उस संदेश को देती है कि यह निवेश सावधानीपूर्वक किया जाना चाहिए।

इस तरह के बयान से Nirmala Sitharaman दिखा रहे हैं कि Government and regulatory bodies market की Security and stability को ध्यान में रख रही हैं। इसके साथ ही, वे investors को भी यह संदेश देते हैं कि वे अपने निवेश को सावधानीपूर्वक चुनें। Nirmala Sitharaman के बयान से साफ होता है कि Indian stock market ने अपनी Security and stability को बनाए रखने के लिए Government and regulatory bodies के साथ मिलकर काम किया है। उन्होंने investors को भी यह संदेश दिया है कि वे अपने निवेश को सावधानीपूर्वक चुनें और बाजार के विवेक पर भरोसा करें।

Follow us on Instagram  https://www.instagram.com/khabharexpress/

Crypto currencies पर क्या कर रही सरकार

Nirmala Sitharaman के बयान से स्पष्ट होता है कि crypto assets एक highly technical process के माध्यम से संचालित होते हैं और इनका उपयोग सीमा पार भुगतानों पर असर डालता है। उन्होंने बताया कि इन संपत्तियों के चारों ओर एक comprehensive regulatory framework की आवश्यकता है, और इसके संदर्भ में GG20 स्तर पर विचार किया गया है।

वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि यदि एक देश crypto currencies को control करता है और दूसरे देश नहीं, तो इससे fund को transfer करने, Round-tripping and terrorism के लिए एक आसान तरीका हो सकता है। इसलिए, इसे G20के स्तर पर ले जाकर एक रूपरेखा बनाने की जरूरत है।

Crypto currencies की कीमत में हाल ही में काफी तेजी आई है, और इसकी कीमत पिछले एक साल में तीन गुना हो चुकी है। इससे दुनिया के सबसे प्रसिद्ध crypto currency bitcoin की कीमत भी बढ़ गई है और हाल ही में इसकी कीमत 73,000 डॉलर के पार पहुंच गई है।

Crypto currencies के उच्च मूल्य के पीछे कई कारण हैं, जैसे कि digital money के लिए बढ़ता आकर्षण, money transfer facility, और अन्य निवेश संबंधी अवसर। लेकिन इसके साथ ही, Crypto currencies के मूल्य में अस्थिरता भी है और इसमें अधिकतर निवेशकों को ध्यान देने की आवश्यकता है।

वित्त मंत्री के बयान से स्पष्ट होता है कि सरकार regulatory framework में Crypto currencies को शामिल करने की चर्चा कर रही है, ताकि इसकी security and protection किया जा सके। वित्त मंत्री के बयान से साफ होता है कि सरकार Crypto currencies के उपयोग और उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा के प्रश्नों को गंभीरता से लेती है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि निवेशकों की हिफाजत और सुरक्षा का ख्याल रखा जा रहा है।

Our more articles are here https://khabharexpress.com/

Leave a comment